इवान तुर्गेनेव का उपन्यास “पुर्ववेला” उन्नीसवीं सदी के मध्य का एक रचनात्मक चित्रण है, जिसमें रूस में हो रहे सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों का विवरण है। इस कहानी में, मुख्य पात्र ऐलेना एक संवेदनशील और आदर्शवादी महिला है, जो अपनी जिंदगी का उद्देश्य खोजने के लिए संघर्ष करती है। वह इंसाफ और समाज में बदलाव के लिए तत्पर है और बल्गेरियाई क्रांतिकारी इंसारोव के प्रति आकर्षित होती है। ऐलेना और इंसारोव के रिश्ते के माध्यम से, तुर्गेनेव ने व्यक्तिगत और राजनीतिक संघर्षों को उभारा है। उपन्यास के माध्यम से, लेखक ने रूस में उदारवादी विचारों और राष्ट्रवादी आंदोलनों की जटिलताओं को गहराई से प्रस्तुत किया है।
अनुवादक श्याम दुबे

Anyone have these books –
“Fractional-Horsepower Electrical Machines” by Armensky & Balk
”Theory of Automatic Control” by A. Netushil ??
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Theory of automatic control has been digitised https://archive.org/details/a.-netushil-ed.-theory-of-automatic-control-mir-1973 , other one not yet
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